यह तो सत्ययुगी इंन्सान
नही है साहब !
यह तो कलियुगी इंन्सान है !
जरा बचके रहना !
कलियुगी इंन्सान तो
ईश्वर को भी फँसाएगा,
ईश्वर को भी रूलायेगा,
ईश्वर को भी भगाएगा !
संत ज्ञानेश्वर भी तो
साक्षात ईश्वर ही थे ना ?
कृष्ण जन्माष्टमी पर अवतरित होनेवाले ?
फिर भी संत ज्ञानेश्वर को भी
बहुत रूलाया,तडपाया ना
कलियुगी इंन्सान ने ?
कलियुगी इंन्सान से बेहतर तो
बाकी चौ-यांशी लक्ष योनीवाले
पशुपक्षी ही होते है !
क्योंकी सभी के सभी
ईश्वरी कानून से ही चलते है ना ?
निरीक्षण करके तो देखो !
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन