” मेरा ”
सत्य का , ईश्वर का ,
ईश्वरी सिध्दांतों का ,
कुदरत के कानून का ,
सनातन धर्म का ,
राज्य आरंभ हो रहा है !
सत्ययुग आ रहा है !!
भयंकर , भयावय ,भयानक
विनाशकारी , उन्मत्त , उन्मादी ,हाहाकारी कलीयुग के चंगूल से सत्य छूट गया !
अब अधर्म का भी नाश होगा ! अधर्मी , हाहाकारी , उन्मादीयों का भी
संपूर्णत: सर्वनाश होगा !
धरती पर स्वर्ण युग लौटकर आयेगा !
धरती पर फिरसे सत्ययुग आयेगा !
सनातन का स्वर्णीम युग आरंभ होगा !
” रामराज्य ” धरती पर फिरसे लौट के आयेगा !
अंधेरा छट गया !
सूरज निकल गया !!
।। सुर्य देवाय नमः ।।
विनोदकुमार महाजन