जालीम दुनिया
इस दुनिया में
पाणी पाणी करके
कोई तडप तडप कर
मर रहा होता है तब
पाणी पिलाने वाला भी
कोई सचमुच में मिल भी सकेगा ?
अमृत पिलाने वालों की तो
दूर की बात है
उल्टा जहर पिलाने वाले ही
बहुत मिलेंगे दोस्तों
इस जालिम दुनिया में
बडी बेरहमी दुनिया है
और बडी पत्थर दिल भी
अमृत पिलाकर तृप्त करनेवाले
बस्स्…..
दो ही रिश्ते होते है
एक जनमदात्री माँ
और दूसरे सद्गुरु
मुसीबतों की घडी में जो
हमारे लिए खूब रोयेगा
वही असली रिश्ता
कहलायेगा
मायवी, मतलब की दुनिया में
ऐसा रिश्ता सचमुच में
मिलेगा भी ?
और अगर मिलेगा भी तो
कहाँ मिलेगा ?
बडी जालीम है दुनिया
विनोदकुमार महाजन