कर्तव्य कठोर…
सबका साथ ,सबका विकास,
सबका विश्वास,
बहुत महँगा पडेगा मोदिजी
बहुत महँगा पडेगा
बस्स…अब कठोर बनकर ही
निर्णय लिजिए और देश को
तथा देशवासियों को बचाईये
साँपों का साथ,साँपों का विकास,
साँपों पर विश्वास बहुत महँगा
पडेगा मोदिजी
भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम भी कर्तव्य कठोर थे
जिन्होने दुष्ट,दुर्योधन, कँस,रावण पर कभी भी कभी भी विश्वास नही किया बल्की ,
उनको मृत्युदंड देकर सामाजिक संतुलन बनाये रखा
कठोर बनीये मोदीजी
कठोर बनिए,ह्रदय शून्य बनिए,
कर्तव्य कठोर बनिए
क्रूर शासक बनिए
समय बहुत खराब ही नही
अती भयावह है
और समय बहुत कम भी है
साँपों की चाल गहरी है
अनेक जहरीले साँप ,जमीन के निचे, सत्य को बदनाम करने के लिए, बर्बाद करने के लिए,देश को तबाह करने के लिए,
संधि का फायदा उठाकर, दंश करने के लिए
समय का इंतजार कर रहे है
समय सोचने का अथवा बर्बाद करने का नही है
अर्जुन को गांडिव हाथ में लेकर
एकेक बाण छोडने का है
दुर्योधनी फौज को नेस्तनाबूद करने का है,तहस महस करने का है
देश में जहर फैलाने वाले साँपों का सदा के लिए, कानून के
दायरें में रहकर बंदोबस्त किजिए
अन्यथा तबाही होगी,सर्वनाश होगा
समय की यही पूकार,
देशद्रोही शक्तियों का पर करो
तुरंत जमकर प्रहार
सत्य वादियों की सही पूकार
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन*