रक्तपिपासु मच्छर और खटमल !
( लेखांक २००८ )
विनोदकुमार महाजन
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मच्छर और खटमल !
ईश्वर ने बनाए छोटेसे महाउपद्रवी,रक्तपिपासु जीवजंतू !
मगर इनके छोटेसे दिमाग की रक्त पिने की रणनीती ?
महाभयंकर !
देखो,
मच्छर सबसे पहले हमारा अंदाज लेते है !
कब हमला करना इसकी रणनीती बनाते है !
और जब रक्त पिकर दूर भागते है…तब हमें पता चलता है !
तबतक हम निद्रीस्त !
और खटमल ?
इनकी भी रणनीती !
विषेशतः रात में खून चुसना !
सभी एकसाथ और जमकर !
नींद हराम कर दी ×× नें !
और इलाज ?
बहुत जालीम !
पाँईजन का ” स्प्रे ” देकर एकसाथ सभी का संपूर्ण सर्वनाश और सदा के लिए छुटकारा !
परीणाम ?
शांती और आराम की और स्वस्थ नींद !
रक्तपिपासु मच्छर, खटमलों का एकसाथ संपूर्ण नाश,क्या पाप की श्रेणी में आयेगा ?
बिल्कुल नही !
क्योंकी अनेकों की नींद हराम करनेवाले “सभी हरामखोरों का”
रक्तपिपासुओं का एकसाथ बंदोबस्त !
या सर्वनाश ?
आज मानवी झूंड में रहकर भी, समूह में रहकर भी ,
मच्छर, खटमलों की जैसी उपद्रवीता तथा रक्तपिपासुता बढ गयी है ! जोरों से बढती जा रही है !
वह भी एक भयंकर रणनीती बनाकर !
और इसके कारण निष्पाप , वैश्विक मानवसमुह परेशानियों में पडा है ,त्रस्त है ,त्राही माम है !
इसका जालीम इलाज क्या है ?
एकसाथ पाँईजन का ” स्प्रे ” लगाकर उपद्रवी, रक्तपिपासु ईश्वर निर्मित, मानवी मच्छरों का,खटमलों का संपूर्ण बंदोबस्त ? या निपटारा ? या सर्वनाश ?
समस्त वैश्विक मानवतावादी, मानवताप्रेमीयों की नींद हराम की है,ऐसे रक्तपिपासु मच्छर, खटमलों ने !
पाँईजन का स्प्रे भी हम सभी वैश्विक मानवसमुह को एक होकर ही करना पडेगा !
तभी यह भयंकर बिमारी संपूर्ण विश्व से एकसाथ हटेगी भी और संपूर्ण सर्वनाश अथवा बिमोड हो जायेगा,
एकसाथ…. रक्त पिपासु मच्छर, खटमलों का !
उपद्रवी शक्तियों का,रक्तपिशाचों का, नरपिशाचों का , बंदोबस्त करने के लिए…
बाबा का बुलडोझर,
अथवा एनकांऊटर अंतीम उपाय नही है !
अथवा,
” रणबीर सेना ” जैसा अंतीम जालीम उपाय नही है !
इससे भी आगे निकलना होगा !
( रणबीर सेना का मैं कतई समर्थन नही करता हुं ! रक्तपिपासु, रक्तपिशाचों का,नरपिशाचों का आखिरी इलाज क्या है,इसपर चर्चा जारी रखने के लिए, कानून के दायरे में रहकर,कौनसा जालीम औषधी उपाय किया जा सकता है,इसका विस्तृत विष्लेषण कर रहा हुं ! इसिलिए , ” शासकीय, कानूनी ” रणबीर सेना का उल्लेख )
रणबीर सेना आप सभी जानते ही होंगे ! आतंक का सदा के लिए नाश करनेवाली !
मानवी समुह में बढते जा रहे, महाउपद्रवी, रक्तपिपासु मच्छरों का,खटमलों का बंदोबस्त सामुहिक तौर पर और तुरंत नही किया गया तो यह वैश्विक नरपिशाच संपूर्ण मानवता और मानवसमुह का भी सर्वनाश कर देंगे !
दूसरों की संस्कृती तबाह करना, और हैवानियत बढाना, ऐसे राक्षसी खटमली ,मच्छर के सिध्दांतों का जमकर, सामुहिक और वैश्विक तौर पर केवल विरोध ही नही तो संपूर्ण सर्वनाश होना भी अत्यावश्यक हो गया है ! और समय की यथोचित माँग भी यही है !
उन्मत्त तथा उन्मादी, हाहाकारी,पाप का और पापीयों का सर्वनाश करने के लिए, सृष्टिकर्ता शांतीप्रिय ईश्वर को भी हाथ में शस्त्र लेकर, इनका संहार करना पडता है !
तो हम सभी को,संपूर्ण निष्पाप, शांतीप्रिय मानवसमुह को उपद्रवी, रक्तपिपासु मच्छरों का,खटमलों का बंदोबस्त तो एक होकर करना ही पडेगा ना ?
प्रश्न का उत्तर आपके द्वारा अपेक्षित !
हिंदुस्थान, मँनमार, इस्राएल, अमरीका, आँस्ट्रैलिया, इंग्लंड, श्रीलंका, नेपाल,मोरीशस,रशिया, फ्रान्स जैसे अनेक पिडीत देशों को एक होकर, वैश्विक एजेंडा तय करके,सभी के सभागृह में एकसाथ,
उपद्रवी, रक्तपिपासु मच्छर, खटमलों का बंदोबस्त तो करना ही होगा !
सदा के लिए सर्वनाश का ठराव,सभी देशों को एकसाथ संमत करना पडेगा !
तभी विश्व मानव …
शांती की नींद सो सकेगा !
अन्यथा ?
रक्त पिने का इनका तरीका और शक्तिशाली होगा !
और वैश्विक शांती भी समाप्त हो जायेगी !
सोचो !!!
” कल्कीदूत “