ना बाप बडा ना भैय्या,
सबसे बडा रूपैय्या।
पैसा बन गया भगवान।।
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पैसा है कैसा?भगवान जैसा?
कलियुग का भगवान,
बन गया ये पैसा।
जिसके पास है माल,
वही है भगवान।
जिसके पास नही है माल,
उसका जीवन भर का हाल।
कुछ भी करो,मगर पैसा कमाओ,
यही है कलियुग हाल।
मगर!!!!!!!
जो पैसों के पिछे ,
भागता रहता है,
भगवान उससे दूर,
भागता है।
जो पैसों के पिछे,
नही भागता है,
पैसा ही नही त़ो,
भगवान भी उसके,
पिछे भागता है।
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विनोदकुमार महाजन