राजगुरू नगर : – एक पावन,पवित्र भूमी।
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महाराष्ट्र, पुणे में राजगुरू नगर एक पावन तथा पवित्र ऐतिहासिक क्षेत्र है।
महान क्रांतिकारक राजगुरू जी का यह जन्मस्थान है।
परम सौभाग्य से और बडे भाग्य से मुझे इस पवित्र भूमी पर कुछ दिन रहने का सौभाग्य प्राप्त हो गया था।राजगुरू जी के बाडे के नजदीक ही,भिमा नदी के किनारे मेरा वास्तव्य रहा,इसिलिए मैं खुद को परमसौभाग्यशाली समझता हुं।
यहाँ की पवित्र मिट्टी हमेशा सभी को राष्ट्रहित के लिए संपूर्ण समर्पित जीवन की प्रेरणा देती है।जो प्रेरणा मुझे भी निरंतर मिलती रही।
अनेक क्रांतिकारीयों ने जान की बाजी लगाकर हमें आजादी दे दी।मगर आज भी एक निरूत्तरीत प्रश्न मन को चुभता है की,
क्रांतीकारीयों ने अपनी जीवन नैया हमारे सुखों के लिए समर्पित की…क्या यह आजादी का सुख हमें सचमुच में प्राप्त हुवा ?
हम सभी भारतीयों का दाईत्व यह है की,
उनका बलिदान व्यर्थ ना जाए।।,इसके लिए हम सभी को भी कुछ अच्छा कार्य करना ही चाहिए।
राजगुरू नगर भविष्य में बहुत बडा वैश्विक ऐतिहासिक तिर्थक्षेत्र बनेगा…ऐसा मुझे पूरा विश्वास है।
पुणे से लगभग चालीस – पचास किलोमीटर दूर,नाशिक हायवे पर ,भिमा नदीकिनारे,यह छोटासा गाव बसा है।
और धिरे धिरे यह गांव विकसित भी हो रहा है।
पुणे नाशिक हायवे,प्रस्तावित पुणे नाशिक ट्रेन, हवाई अड्डा,मेट्रो स्टेशन, रींगरोड,बायपास ( फ्लाय ओव्हर ब्रीज ), बढती औद्योगिक वसाहत ऐसी भविष्य में मिलने वाली सुविधाओं के कारण राजगुरू नगर का महत्त्व भविष्य में बढेगा ही।
यहाँ से भिमाशंकर भी नजदीक ही है।अगर भिमाशंकर होकर एक मार्ग राजगुरू नगर से मुंबई को जोड दिया जायेगा तो इस गांव का महत्त्व भविष्य में और भी बढेगा।और मुंबई जानेवालों के लिए समय की बचत भी होगी।
महान क्रांतिकारक राजगुरू जी तथा राजगुरू नगर ( पुर्वाश्रमी का नाम : – खेड ) वासियों का नाम विश्व के कोने कोने में गुंजेगा यही आशा करते है।और ईश्वर को यही प्रार्थना करते है।
हरी ओम्
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विनोदकुमार महाजन