हमारी संस्कृती ,सभ्यता , भव्य दिव्यत्व और सत्य
को छूपाकर हमारे ईश्वरीय संस्कृती को छूपानेवाले , बदनाम करनेवाले क्रूर , अत्याचारी मूगल , अंग्रेज और आजादी के बाद के सत्ता और संपत्ती के लालची हमारे ही काले अंग्रेजों को
समय , नियती और ईश्वर कभी भी क्षमा नहीं करेंगे !
योग्य समय आते ही स्वयं ईश्वर , कुदरत इसका प्रतिशोध तो लेकर ही रहेगा !
जय श्रीराम !!
विनोदकुमार महाजन