*ईश्वरी चमत्कार भी होते है ?*
✍️ २६५३
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अनेक सालोंतक जब कोई व्यक्ति खुद की सुदबुध खो बैठता है….
वह खुद कौन है ? कहाँ है ?
क्या कर रहा है ? यह भी उसे समझ में नहीं आता है ?
और उपर से दुनियावाले और रिश्तेनाते भी उसे मानसिक आधार देने के बजाए , जब क्रूरता से
उल्टा उसका ही भयंकर मानसिक उत्पीडन करते है तो ? उस व्यक्ती की कितनी भयंकर बुरी हालात और दुर्दशा हो गई होगी ? जरा सोचिए !?
उसीमें भी उसे माँ बाप का भी छत्र नहीं है तो ? ऐसी भयंकर दयनीय स्थिती में उसके उपर कितने पहाड टूटे होंगे यह केवल ईश्वर ही जानता होगा !
और ईश्वरी चमत्कार होकर ऐसी भयावह दयनीय स्थिती से कोई बाहर आकर बहुत बडा और उँचा नाम भी कमा रहा होगा तो ? उसके जैसा सौभाग्यशाली भी कौन होगा ??
ऐसा एक व्यक्ति मैंने मेरे आँखों से निरंतर , अनेक सालों तक देखा है !?
” *दिव्यात्मा !! “*
*जय श्रीकृष्ण*
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*विनोदकुमार महाजन*