यूगपरिवर्तन की घडी !!!
✍️ २२०९
विनोदकुमार महाजन
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विष्णु का दसवां अवतार, कल्की अवतार ,इस गूंफा में,यहाँपर प्रकट हो गये…
गगनगिरी महाराज, खोपोली, की यह गूंफा है ! जहां पर गगनगिरी महाराज जी के साथ,कल्की अवतार ने , एक वर्ष, गुप्त रूप में रहकर, उन्मत्त कली के नाश के लिए, गुप्त शस्त्र और अस्त्रों की पुनर्स्थापना की !
उन्मादी, हाहाकारी कली के संपूर्ण नाश के लिए, तथा सत्य युग के आरंभ के लिए, अदृश्य रूप से कल्की ने अपना अवतार कार्य आरंभ किया हुवा है !
एक गुप्त स्थान पर, कल्की अवतार ने मुझे भी दिक्षित किया और ,गुप्त रूप से ही,कल्की का अवतार कार्य, अनेक माध्यमों द्वारा आगे बढाने के लिए, आशिर्वाद दिया ! कुछ दिनों के लिए, गुप्त रूप में रहकर ही, कार्य आगे बढाने के लिए, संबोधित किया !
क्योंकि, उन्मादी कली के अदृश्य दूत,सत्य को निगलने के लिए, पग पग पर,गुप्त रूप से ही पहरा दे रहे है !
इसिलिए सत्य आज परेशान ही नहीं, बल्कि घोर मुसिबतों के दौर से, गुजर रहा है !
गगनगिरी महाराज जी ने भी,दृष्टांत में मेरे आज्ञाचक्र को जागृत किया है !
इसिलिए, आज की घडी में…संपूर्ण विश्व में ही, अनेक व्यक्ति, महात्माओं द्वारा, अतिशय गुप्तता से ही कल्की का कार्य आरंभ हो चुका है ! और संपूर्ण विश्व में, धीरे धीरे, सत्य की और सत्य सनातन की,हिंदु धर्म की ,शक्ति बढती जा रही है !
साधारण रूप में रहकर ही, और साधारण नाम धारण करने से ही कार्य आगे बढ सकता है !
चौतरफा मार्गों से,अनेक रास्ते अपनाकर, कार्य विविध माध्यमों द्वारा, गुप्तता से आगे बढ भी रहा है !
क्योंकि, उन्मत्त, उन्मादी, हाहाकारी, कली का महाभयंकर और महाभयानक साम्राज्य, सर्वदूर तथा संपूर्ण पृथ्वी पर, फैला हुआ है !
और कली का यह भयंकर साम्राज्य, उखाड़ फेंकना कोई साधारण बात नहीं है !
एक जबरदस्त विश्वव्यापी ,तथा शक्तिशाली रणनीति ही यशस्वीता की ओर ले जा
सकती है !
अनेक रंगों में और अनेक रूपों में रहकर ही, यह कल्की अवतार का कार्य बढाया जा सकता है !
यूगपरिवर्तन के लिए, धीरे धीरे,
कल्की अवतार, अदृश्य रूप से अपनी शक्ति बढा रहे है !
इसी वैश्विक कार्य सफलता के लिए, मेरे सद्गुरु आण्णा सह,अनेक देवीदेवताओं ने,सिध्दपुरूषों ने भी,मुझे आशिर्वाद तथा वरदहस्त दिये है !
और संपूर्ण कार्य, अदृश्य रूप से,उसी वैश्विक कार्य ,युगपरिवर्तन की ओर तेजी से आगे बढता ही जा रहा है !
इसिलिए मैं बारबार यहीं कहता और लिखता आया हूं की,यूगपरिवर्तन की दिशा में ही हम सभी आगे बढ रहे है !
लेख का गांभीर्य, सत्यता और वास्तविकता प्रचलित कलीसमय के अनुसार ,बहुत कम लोगों के ही समझ में आयेगी !
तथा इसे गंभीरता से पढने वाले भी , कुछ गीनेचुने लोग ही मिलेंगे !अनेक लोग इसे हँसी मजाक का विषय बनाकर, दुर्लक्षित करते रहेंगे ! और इसी वजह से, कल्की भगवान को भी अपना कार्य बढाने के लिए, यथोचित समय और शक्ति मिलती जायेगी !
इसकी तथा मेरे अनेक लेखों की सत्यता समझने के लिए, काफी समय लगेगा !
क्योंकि कली ने,पृथ्वी निवासी,लगभग अनेक लोगों का दिमाग अपने कब्जे में ही लिया है !
और इसी कारण से, उन्मत्त कली की बाधा न हो,अथवा कली की, भयावह नजर न पडें….
इसिलिए हर कदम फुंककर ही,गुप्तता से कार्य बढाने का, कल्की अवतार का, प्रायोजन भी है !
चारों तरफ आज असत्य का साम्राज्य है,
और सत्य लुप्त की कगार पर है !
मगर सत्य कभी भी लुप्त नहीं हो सकता है !
भविष्य में सत्य की शक्ति जबरदस्त तरीकों से बढती जायेगी, और उन्मादी, उन्मत्त कली की शक्ति, धीरे धीरे क्षीण होती जायेगी,
तभी…सत्य और सत्य सनातन का महत्व लोगों के समझ में,वैश्विक स्तर पर बढता जायेगा !
इसिलिये ?
यथोचित समय का इंतजार करते रहेंगे! और ईश्वरी कार्य बढाते रहेंगे !
तबतक के लिए…
हरी ओम्
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