आत्मरक्षा,देशरक्षा के लिए
अगर हिंदु बोलता है तो
रविश जैसे लिब्रांडू बवाल
मचाते है….
और अगर हिंदु धर्म पर कोई
अधर्मी प्रहार करता है तो
ऐसे बिकाऊ शांति से
तमाशा देखते है….
सबसे पहले बेईमानों का तुरंत बंदोबस्त होना अत्यावश्यक
हो गया है
देव,देश और धर्म रक्षा के लिए..
जनजागृती अभियान
आरंभ हो चुका है
विनोदकुमार महाजन