यह सुंदर नजारा है,महान क्रांतिकारक राजगुरु के गाँव का,राजगुरु नगर का।और उनके घर के नजदीक से बह रही शांत भिमा नदी का।सुंदर,विहंगम, मनोहारी दृष्य देखकर आपका मन भी आनंदित हो जायेगा।पुणे से लगभग चालीस किलोमीटर दूर पर यह सुंदर गाँव बसा है।यहाँ पर आज भी राजगुरु के घर का जतन किया गया है।
हमें ऐसे दृष्य हमेशा प्रेरणा देते रहते है।तथा क्रांतिकारियों का बलिदान व्यर्थ न जाने देने के लिए तथा संपूर्ण देश में क्रांति की लहर लाकर,नवसमाज निर्माण के लिए हमेशा प्रेरित करते है।
तो चलो फिरसे,नवराष्ट्र निर्माण की ओर।क्रांतिकारियों का सपना पूरा करने की ओर।
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन