यह एक अत्यंत जागृत स्थान है।ज्वाला नारसिंह का।कृष्णा नदी के समीप।महाराष्ट्र के कराड के नजदीक, नरसिंहपुर गाँव में।तकरीबन सात हजार साल पूराना मंदिर है यह।
यह नारसिंह देव चमत्कार दिखाते है।विशेषता शत्रु नाश के लिए यह देवता विशेष चमत्कार दिखाते है।वहाँ के लोग बडे प्यार से इस देवता को,
शामराजा नाम से पुकारते है।
मुझे भी इस देवता ने चमत्कार दिखाकर ही दर्शन दिये है।
यह गाँव तथा ज्वाला नारसिंह का मैंने कभी नाम भी सुना नहीं था।
एक दिन मेरे सपनों में एक देवता ने दर्शन दिये।और कुछ दिन बाद मैं वह सपना भूल गया।
मगर एक दिन अचानक मुझे यही देवता ने इसी गाँव में खींच कर लाया।
और सामने नारसिंह की मूर्ति देखकर हैरान रह गया।क्योंकि यही भगवान ने तो मुझे कुछ दिन पहले ही सपनों में दर्शन दिये थे।
पहले कभी दर्शन किये होंगे और बाद में सपना आया होगा तो यह संभव है।मगर पहले कभी प्रत्यक्ष देखा भी नही।और एक दिन सपनों में दर्शन होकर, बाद में प्रत्यक्ष दर्शन होना यह तो हैरानी की बात है ना ?
आश्चर्य है यह।
विज्ञान का उत्तर भी अपेक्षित।
ऐसे अनेक दर्शन मुझे विविध देवताओं के हमेशा होते है।
तभी से मेरी नारसिंह पर श्रद्धा बढ गई।जब भी मुसीबत आती है तो यहाँ आकर साधना करता हुं,तो मुसीबत समाप्त होती है।
यहाँ के पूजारी श्री.कुलकर्णी इस व्हिडिओ में मेरे सामने नारसिंह भगवान की आरती कर रहे है।मैंने यहाँ पर अभी देवता को अभिषेक भी किया है।
आप भी देखिए…
ज्वाला नारसिंह की आरती।
साक्षात ज्वाला स्वरूप उग्र और तेजस्वी ही है यह भगवान।
भक्त प्रल्हाद की रक्षा के लिए,
हिरण्यकशिपु का पेट ही टरटरा फाडऩे वाले …
मेरे अद्भुत भगवान।
हे मेरे भगवान,
कली का भयंकर, अती भयावह दाह समाप्त करने के लिए, तथा वैश्विक कार्य द्वारा विश्व शांती के मेरे कार्यों को तुरंत गती देने के लिए,
हे मेरे प्यारे भगवान, मेरे प्रभो दौडके आ जाना।
चमत्कार भी दिखा देना।
धर्म, संस्कृति, सत्य, ईश्वरी सिध्दांतों की रक्षा के मेरे कार्यों को तथा हैवानियत भरे आसुरीक सिध्दांतों के नाश के लिए,
दौडके आ जाना।
आधुनिक अनेक हिरण्यकशिपु ने संपूर्ण विश्व में त्राहि माम् मचाया है।हाहाकार मचाया है।
अब तेरी ही आशा भगवान।
दौडकर आ जाना।
हरी ओम्
विनोदकुमार महाजन