अधर्म के भयंकर
माहौल में मौन धारण
करके शांत ना बैठिये
साथीयों….
मैं अकेला कूछ नही
कर सकता…
यह उदासीनता छोड दो
मैं अकेला भी बहुत कुछ
कर सकता हुं….
यह शक्तिशाली विचारों को
धारण करके
आगे आगे बढते है
अधर्म पर मौन
बनकर जो मात्र
निहारे जाते है..
भीष्म हो द्रोण हो
या हो कर्ण
सब मारे जाते हैं
*उदयपुर*
देश का चप्पा चप्पा
जगाना है
हर एक को निंद से
जगाना है
अन्यायी,अत्याचारीयों का
आक्रमणकारीयों का
कर्दनकाल बनकर
धधगता तेज नारसिंव्ह
बनकर…
अत्याचारी हिरण्यकश्यपू का
सर्वनाश करना है…
सर्वनाश करना है…
जागो…..हिंदुस्थानी जागो
जागो तेजस्वी ईश्वर पूत्रों
हिंदुराष्ट्र हमें बनाना है
हिंदुराष्ट्र हमें बनाना है
हरी ओम्
जय जय श्रीराम
हर हर महादेव
विनोदकुमार महाजन