*क्या मोदी नाम का तूफान रोक* *दिया गया है ?*
✍️ २१०३
*विनोदकुमार महाजन*
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साथीयों ,
क्या आपको लगता है कि ,
मोदिजी नाम के शक्तिशाली वैश्विक तूफान को रोक दिया गया है ?
तो मैं कहता हूं
*हरगिज़ नहीं !*
सोचो…..
सावरकरजी क्या कहते थे ?
मुझे दूसरों से जादा हिंदुओं का ही डर सताता है !
और इसी लोकसभा चुनाव में भी
यहीं दिखाई दिया !
मोदिजी ,योगीजी का इतना जबरदस्त शक्तिशाली झंझावात ,
नेटवर्क ,आश्चर्यचकित करनेवाली विकास कार्यों की गति ,
तूफान जैसी अनेक सभाएं….?
आखिर क्या दर्शाती है ?
और इतना होने के बावजूद भी ,
उदासीन ,मृतप्राय हिंदुओं ने ही सचमुच में घात किया ?
मोदिजी और योगीजी के प्रति उदासीनता और मतदान प्रक्रिया में बढचढकर सहभागिता दिखाने के बजाय ? मतदान को ही बाहर नहीं निकालना , अथवा छुट्टियां मनाने के लिए , मतदान के दिन दूर जाना , यह कौनसी मानसिकता दर्शाती है हिंदुओं की ?
मतलब साफ है !
*सावरकरजी का शब्द सही* *साबित हुवा !*
फिर भी साथीयों ,
गहराई से सोचो….
हिंदुओं की उदासीनता , जाँर्ज सोरेस जैसे अंतरराष्ट्रीय पातालयंत्री का भयंकर षड्यंत्र ,
जो अमरीका के डोनाल्ड ट्रंप को भी सत्तातक पहुंचने नहीं देने में कामयाब हुवा , इस्त्राएल के शक्तिशाली नेतान्याहू को भी जिसने मुसीबतों में डाल दिया ,
ऐसे प्रभावशाली आंतरराष्ट्रीय व्यक्ति का कुटिल षड्यंत्र , दूसरे भी अनेक भयंकर अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र , विरोधियों द्वारा देश में विविध माध्यमों द्वारा फैलाया गया – शक्तिशाली नेरेटीव , जातीपाती में झगड़ा लगाकर , एकगठ्ठा हिंदू मतों में किया गया विभाजन ,
मतदाताओं को गैरकानूनी पैसों का प्रलोभन ( गैरंटी कार्ड – इसपर तुरंत कानूनी कारवाई जरूरी है )
अंशन द्वारा हिंदुत्व को छेद देने की गंदी राजनिती….? ,
सभी विरोधीयों को एक होकर लडना और मतविभाजन द्वारा होनेवाला नुकसान टालना….?
*इतना भयंकर होने के बावजूद*
भी मोदिजी को सर्वोच्च सत्तास्थान तक पहुंचने में कोई भी नहीं रोक सका है !
हाँ अपेक्षानुसार सिटे कम जरूर हुई है ?
तो सचमुच में मोदिजी नामक शक्तिशाली तूफान को रोकने में विरोधीयों को यश प्राप्त नहीं हुवा है !
हाँ तूफान की गती थोडी कम हुई है ! गती थोडी धीमी हो गई है !
मगर तूफान को रोका नहीं गया है !
हाँ एक बात भी पक्की है की , कुछ अंदरूनी रणनीति और राजनीतिक गलतीयों का असर भी चुनाव परिणामों में जरूर हुवा है ! गलतियों पर आत्मपरीक्षण भी होना चाहिए और सुधार भी होना चाहिए !
( इसके विश्लेषण में मैं नहीं जाऊंगा ! )
एक महत्वपूर्ण प्रश्न यह भी है कि
@ मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने में हमारी रणनीति क्यों और कैसे धाराशायी हो गई है ? कार्यकर्ताओं की अफाट फौज हमारे पास होकर भी ?
( मगर इसी विषयानुसार अब समय हाथ से निकल चुका है ! )
खैर !
*अगर मोदिजी को सत्ता से दूर* *रखने में विरोधी यशस्वी* *होते तो ?*
तूफान को रोका है….ऐसा साबित होता था !
तो ? विरोधी ? तूफान नहीं रोक सके है !
सारे एक होकर भी और भयंकर षडयंत्र करनेपर भी !
मगर एक बात भी पक्की है की ,
भाजपा के नुकसान के कारण मोदिजी अंदर ही अंदर भयंकर दुखी भी तो है ही !
जिस समाज के अखंड कल्याण के लिए , उन्होने अपना संपूर्ण जीवन ही झोंक दिया है , देश को आगे ले जाने की अनेक महत्वपूर्ण तथा यशस्वी योजनाएं दी है , समाज का मरा हुवा स्वाभिमान और आत्मविश्वास फिरसे स्थापित किया है ?
फिर भी….
सचमुच में यह समाज इतना कृतघ्न हो सकता है ? इसका दुख नहीं मगर शल्य तो उनके अंदर हो ही सकता है !
मगर फिर भी यह जबरदस्त शक्तिशाली तूफान रूका नहीं है !
बल्कि भविष्य का अचूक अंदाज लेकर ,यशस्वी और प्रभावी भविष्यकालीन योजनाओं के लिए , यह मोदी नाम का तूफान और जादा सशक्त और शक्तिशाली बन गया है !
भविष्य में मोदिजी अनेक शक्तिशाली मगर कठोर निर्णय लेंगे इसमें कोई संदेह नहीं है !
देशविघातक शक्तियों पर भविष्य में जबरदस्त और जमकर प्रहार होगा ही होगा , ऐसा मोदिजी का चेहरा बोलता है !
वज्रनिर्धार मोदीजी के चेहरे पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है !
उनका यही वज्रनिर्धार देश का सभी प्रकार का विनाशकारी अराजक संपूर्ण रूप से समाप्त कर देगा !
अनेक सालों के , अनेक प्रलंबित प्रश्न , विशेषत: देशविघातक शक्तियों के बारे में ,
समाप्त किए जायेंगे !
और अराजकता फैलाने वाली राष्ट्रद्रोही शक्तियों का जहरीला फन सदा के लिए कुचल दिया जायेगा , ऐसा उनका चेहरा देखकर ही दिखाई देता है !
इसीलिए साथीयों ,
निश्चिंत रहिए !
मोदी नाम का तूफान ,
एक शक्तिशाली युगपुरुष ,
वज्रनिर्धारी ईश्वरी कृपाप्राप्त योध्दा ,
हमें भविष्य में जीत दिलाकर ही रहेगा !
इस शक्तिशाली तूफान को कोई नहीं रोक सकता है !
क्योंकि मैं मोदिजी की ….
आत्मा की भाषा समझने में समर्थ हूं !
इसिलिए सच्चे और समर्पित राष्ट्रभक्तों….
निश्चिंत रहिए !
निश्चिंत रहिए !!
रामराज्य स्थापित करने के लिए ,
अब संपूर्ण भारतीयों के लिए ,
अदृश्य रूप से ,
कल्की स्वयं सहायता करेगा !
और *अंदर बाहर का विनाशकारी* धर्मसंकट सदा के लिए , समाप्त किया जायेगा !
अच्छे दिन ?
जरूर आयेंगे !
यह आशावाद नहीं ,
बल्कि आत्मविश्वास है !!
*वादा रहा !*
*हर हर महादेव !!*
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