Spread the love सत्पुरुष खुद के लिए कभी भी जीते नहीं है ! सत्पुरुष हमेशा दूसरों के सुखों के लिए ही जीते है ! और जो खुद के सुखों के लिए जीते है वह सत्पुरुष नहीं हो सकते है ! जय श्रीकृष्णा !! विनोदकुमार महाजन 00 Post Views: 157 Post navigation कृष्णासुख म्हणजे काय असतं ?