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*जलती कलम से*✍️
*इस्लाम और ईसाइयत को बढ़ाने के लिए कुछ सरकारों ने सब कुछ किया गया तब किसी को कोई समस्या नहीं हुई परंतु जैसे ही आज राष्ट्रवादी सरकारों के बूते हिन्दूओ ने अपनी खोई हुई सनातन संस्कृति को जीना शुरू किया, इस्लाम की काली सच्चाई को देखना-दिखाना शुरू किया.. तुरंत जिहादियों के साथ साथ कुछ सेक्युलर हिन्दू चिल्लाने लगे कि सरकार बस हिंदू मुस्लिम करती है विकास नहीं करती-एक विश्लेषण*
देश विरोधी मानसिकता रखने वाले या भाजपा के अतिरिक्त किसी अन्य राजनीतिक पार्टी को पसंद करने वाले लोगों के द्वारा आज कल एक ही नैरेटिव चलाया जा रहा है कि योगी मोदी सरकारे बस *धर्म* के नाम पर ही नौटंकी कर रही हैं, *विकास नहीं कर रही, रोजगार नहीं दे रही।*
*वो कौन थे*???????
जिन्हें देश के आजाद होते ही रोजगार और विकास न चाहा कर अपने लिए अलग मुल्क की आकांक्षा थी और वो भी सिर्फ धर्म के आधार पर…. विश्व के साथ-साथ भारत में भी होने वाले अधिकतर संघर्षों में धर्म ही मुख्य कारक रहा है….????????
*इस्लामिक लुटेरों को मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाने की जिद धर्म के कारण ही तो थी।*
*हिंदुओं को ईसाइयत और इस्लाम में मतांतरित करने के लिए असंख्य षड्यंत्र आखिर धर्म के लिए ही तो किए गए…*?????
आज अगर भाजपा सरकार *सनातन संस्कृति* को बढ़ाने के लिए कुछ अच्छा कर रही है और समाज में हिंदू *देवी देवताओं* को या सनातन परंपराओं को गाली देने वालों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है तो यह सर्वोत्तम कार्य है जो बहुत पहले होना चाहिए था, *संस्कृति बचेगी तभी देश बचेगा* तभी समाज सभ्य रहेगा तभी समाज में अपराध कम होगा तभी सब एक दूसरे का सहयोग करेंगे तभी देश अपने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दे पाएगा ।
तभी देश के अंदर सही व्यवस्था होगी। आपने अपने बच्चों को सब कुछ दे दिया परंतु अगर होने *संस्कार* नहीं दे पाए तो आप कभी भी सुखी नहीं रह सकते और *संस्कार* आते हैं *धर्म* से,
इसलिए *धर्म* को समझना, बचाना और बढ़ाना सबसे ज्यादा जरूरी है।
फिर भी जिन मूर्खों/वायक्तियो को यह लगता है कि सरकारे सिर्फ *धर्म* के लिए काम कर रही है तो थोड़ा दुनिया में घूमे, चारों ओर चल रहे कामों को देखें, थोड़ा समय अखबार और समाचारों को दें, गवर्नमेंट साइट पर जाकर प्रोग्रेस रिपोर्ट पढ़ें, आपको पता चल जाएगा कि 2014 के बाद से भाजपा के हाथ में सत्ता आते ही पूरे देश के अंदर पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा कार्य हुआ, 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में योगी जी के आते ही किस प्रकार सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो गई, हालांकि अभी पूर्ण सुधार होने में थोड़ा समय जरूर लगेगा, उसके लिए जनता का सहयोग भी जरूरी है परंतु समाज में *देश विरोध* और *हिंदुत्व विरोध* की भावना रखने वाले कुछ लोग बेहतर कार्यों में भी रोड़ा अटकाने के लिए तरह-तरह के झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह करते हैं। जिन बड़े बड़े अपराधियों और करप्ट नौकरशाहों को आज तक कोई छू नहीं पाया वह आज जान बचाते घूम रहे हैं, ऐसी होती है सरकारे।
कुल मिलाकर बात यह है कि समाज को *सभ्य संस्कारी* मेहनती बनाने और सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए एक बेहतर *धार्मिक* व्यवस्था की आवश्यकता होती है जो सनातन धर्म के रूप में हमारे पास सदियों से उपलब्ध है। *इस्लाम हो या ईसाइयत आप इनका गहराई से अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि यह सनातन संस्कृति के ज्ञान को चुराकर ही बनाए गए हैं।*
सनातन संस्कृति को समझे और अपने व्यवहार में लाने का प्रयास करें।
जय श्री राम
संकलन : – विनोदकुमार महाजन