*तेरे भी दिन आयेंगे !*
*कोशिश करते रहेंगे, तो …*
*एक दिन सफलता जरूर* *मिलेगी !*
*हम बात करेंगे आज विश्व की उन सफ़लतम इंसानों की जिसने हार नही मानी विषम परिस्थितियों में अपनी हिम्मत को नही खोया और आगे बढ़ते गए*!!!
*केंटुकी फ्रोइड ने 60 साल की उम्र में अपनी पहली रेस्टोरेंट खोली और आज तक उनकी पूरी दुनिया मे रेस्टोरेंट्स की चेन में सेंकडो देशों में सफलता पूर्वक चल रही है*!!!
*इंफोसिस के नारायण मूर्ती को एक समय पर अपने घर के जेवरात भी बेचने पड़े थे लेकिन पैसा नही है कैसे होगा क्या होगा कि फरियाद नही की और आज उनकी सफलता आसमान छू रही है*
*दुनियाभर में अपनी फ़ॉर व्हीलर मोटर्स से फोर्ड कंपनी को जाना जाता है उनके पास पढ़ाई के पैसे ही नही थे लेकिन हर हाल में उन्होंने जो नक्की किया था उधर हैनरी फोर्ड पहोच गए*!!!
*ऑस्कर विजेता हीरोइन मेटलिन बचपन से अस्वस्थ और थोड़ी बहेरी थी आवाज़ सुनने को ही उनको तकलीफ थी फिर भी अभिनय की दुनिया मे मेटलिन का नाम ऊंचा है इज्जत के साथ ऑस्कर एवॉर्ड प्राप्त किया*
*भारत की विख्यात नृत्यांगना सुधा चंद्रन का एक पांव नकली है नाचे मयूरी फ़िल्म के बाद नृत्य(डांस) के सेंकडो प्रोग्राम किये एवम सेंकडो फ़िल्म और TV सीरियल्स में काम नाम दाम कमाया*!!!
*वोल्ट डिजनी तीन बार नर्वस ब्रेकडाउन का शिकार हुवा लेकिन हार ना मानते हुवे अपने मकसद में आगे चलता गया और आज डिजनीलैंड दुनियाभर में मशहूर है*!!!
*कोशिश करनेवालों की कभी हार नही होती वो बात बिल्कुल याद रखने जैसी है*
ऐसे और भी अनेक उदाहरण है,जिन्होंने असंभव को संभव में बदल दिया।
साथियों,
जीवन में कभी भी हार मत मानिए।चाहे कितनी भी भयंकर विपदाएं आयें,
मन को एक ही संदेश सदैव देते रहिए….
” *यह भी दिन जायेंगे*
*मुसिबतों के दौर भी गुजर जायेंगे*
*हौसला बुलंद रख प्यारे*
*तेरे भी दिन आयेंगे !!! “*
*हरी ओम्*
*विनोदकुमार महाजन*
दि.३०/१२/२०२१