Spread the love ” वो ” बिनधास्त, खुलेआम बडे गर्व और अभिमान से दाढी रखते है,टोपी पहनते है ! और ” हम ? ” माथे पर तीलक लगाने के लिए भी शरमाते है ! धन्य है ऐसे लोगों की ! क्या ईश्वर भी ” हमें ” बचा पायेगा ? विनोदकुमार महाजन +10 Post Views: 116 Post navigation फ्री का लालचदिल्ली के महाठग का साथी !!!