Spread the love खुद की आत्मा बेचकर दूसरों के सोने के राजमहाल में कोई कैसे रह सकता है ? स्वाभीमानशून्य और लाचार जीने से मृत्यु भी बेहतर होती है विनोदकुमार महाजन 00 Post Views: 131 Post navigation सत्य वचनगंगामैया आ गई !!!